Karnataka Election Result 2023: वोटों की गिनती शुरू, दोपहर तक सामने होगा रुझान
देश कर्नाटक विधानसभा चुनाव के आखिरी नतीजों का इंतजार कर रहा है. कुछ ही देर में वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी और दोपहर तक नतीजे आपके सामने होंगे. यहां जानिए पिछले 5 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
वोटों की गिनती शुरू, दोपहर तक सामने होगा रुझान
वोटों की गिनती शुरू, दोपहर तक सामने होगा रुझान
कर्नाटक रिजल्ट का इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है. आज शनिवार को सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती होगी. अधिकारियों की मानें तो दोपहर तक रुझान सामने आ जाएगा. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आज धारा 144 लागू कर दी गई है. पूरा देश कर्नाटक विधानसभा चुनाव के आखिरी नतीजों का इंतजार कर रहा है. आइए आपको बताते हैं कर्नाटक के पिछले 5 विधानसभा चुनाव के नतीजे.
जानिए पिछले 5 विधानसभा चुनाव का हाल
1999 से 2018 तक कांग्रेस कर्नाटक में हर विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े वोट शेयर वाली पार्टी रही है. यहां तक कि उन मौकों पर भी जब बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मिलीं.
बीजेपी: 1999 में 44 से बढ़कर 2004 में 79, 2008 में 110 हो गई. 2013 मात्र 40 सीट मिली. 2018 में बाउंस बैक किया और 104 सीटों के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बन गई.
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
मजबूती तो छोड़ो ये कार किसी लिहाज से भी नहीं है Safe! बड़ों से लेकर बच्चे तक नहीं है सुरक्षित, मिली 0 रेटिंग
इंट्राडे में तुरंत खरीद लें ये स्टॉक्स! कमाई के लिए एक्सपर्ट ने चुने बढ़िया और दमदार शेयर, जानें टारगेट और Stop Loss
Adani Group की रेटिंग पर Moody's का बड़ा बयान; US कोर्ट के फैसले के बाद पड़ेगा निगेटिव असर, क्या करें निवेशक?
कांग्रेस: 1999 में सबसे बड़ी जीत (132) मिली. 2018 में पार्टी 80 सीटों पर सिमट गई.
JD (S): जनता दल (S) 2008 में 28 सीटों से बढ़कर 2013 में 40 हो गई. 2018 में, उनकी संख्या कम हो गई उसे 37 सीट मिली. 2018 में किसी भी पार्टी को बहुमत न मिलने से JD (S) किंगमेकर बन गई थी.
कर्नाटक का चुनावी इतिहास देखें तो यहां साल 1985 के बाद से कोई भी राजनीतिक दल लगातार सत्ता में वापसी नहीं कर पाया है.
2018 में कर्नाटक का चुनाव
2018 में बीजेपी को 13185384 मिले थे, इस तरह उसका वोट शेयर 36.2% था. कांग्रेस को 13824005 वोट के साथ 38% और जेडीएस को 6666307 वोट के साथ 18.3% वोट शेयर मिला था.
2018 के चुनावों में त्रिशंकु विधानसभा का जनमत मिलने के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने गठबंधन किया था. कांग्रेस ने जेडीएस के HD कुमारस्वामी को सीएम के रूप स्वीकार किया. लेकिन राज्यपाल वजुभाई वाला ने सबसे बड़ा दल होने के नाते BJP को सरकार गठन के लिए बुलाया था. उन्होंने पार्टी को बहुमत साबित करने के लिये 15 दिन का समय दिया था. इसके बाद कांग्रेस और जेडीएस शपथ ग्रहण रोकने सुप्रीम कोर्ट गई थी. उनकी याचिका को तीन जजों की बेंच ने सुना लेकिन शपथ ग्रहण समारोह पर रोक नहीं लगाई. इस तरह बीजेपी के येदयुरप्पा ने 17 मई को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
ऐसे में इस बार भी त्रिशंकु विधानसभा होने की स्थिति में JD (S) क्या करेगी? अगर कांग्रेस-JD (S) गठबंधन हुआ तो कांग्रेस उसे CM पद देगी या नहीं या फिर JD (S) भविष्य का राजनीतिक नफा नुकसान देखकर बीजेपी से हाथ मिलाएगी? ऐसे कई सवालों और राजनीतिक अटकलों की चर्चा पूरे कर्नाटक में जोर शोर से हो रही है.
जेडीएस ने किया ये दावा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जेडीएस (JDS) ने दावा किया है कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने गठजोड़ के लिए संपर्क किया है. हालांकि, जेडीएस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि पार्टी ने यह तय कर लिया है कि वे किसके साथ गठबंधन करेंगे. जेडीएस नेता तनवीर अहमद ने कहा है कि पार्टी ने गठबंधन को लेकर फैसला कर लिया है, सही समय पर इसकी घोषणा कर दी जाएगी.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
08:02 AM IST